चुनाव आय़ोग ने कुशेश्वरस्थान में तैनात किये गये दागी डीएसपी दिलीप झा को तत्काल हटाने का निर्देश दिया है. गंभीर मामलों के आरोपी दिलीप कुमार झा पर राज्य सरकार ने ही कार्रवाई की थी लेकिन अचानक से उन्हें कुशेश्वरस्थान के उप चुनाव में 25 बूथों का जिम्मा दे दिया गया था. राजद ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग से गुहार लगायी थी, जिसके बाद आयोग ने निर्देश जारी किया है.
9 सितंबर को दरभंगा के बिरौल से हटाकर बगहा में बीएमपी में भेज दिये गये दिलीप कुमार झा को सरकार ने फिर से दरभंगा भेज दिया. हालांकि चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लागू थी लिहाजा डायरेक्ट फील्ड में पोस्टिग तो नहीं की जा सकती थी. लिहाजा दिलीप कुमार झा को दरभंगा के आईजी कार्यालय में डीएसपी बना कर भेज दिया गया.
दिलीप कुमार झा की भूमिका को लेकर राजद के सांसद मनोज कुमार झा ने 22 अक्टूबर को ही चुनाव आय़ोग से शिकायत की थी. उन्होंने चुनाव आय़ोग को लिखे गये पत्र में कहा था कि दरभंगा के बिरौल में डीएसपी पद पर चार-पांच सालों तक तैनात रहे दिलीप झा को फिर से उसी इलाके में प्रतिनियुक्ति पर लाया गया है. उन्हें बिरौल में तीन महीने के लिए प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया है. उनकी तैनाती से निष्पक्ष मतदान और चुनाव नहीं होने की आशंका है. 22 अक्टूबर को राजद के इस पत्र के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. दिलीप कुमार झा को 25 बूथों का जिम्मा सौंप दिया गया.
ऐसे में 28 अक्टूबर को फिर से राजद ने दिल्ली से लेकर पटना तक चुनाव आय़ोग से गुहार लगायी. दिलीप कुमार झा के दागी होने से लेकर उनकी ट्रांसफर पोस्टिंग में हुए खेल की जानकारी चुनाव आय़ोग को दी गयी. इसके बाद चुनाव आय़ोग हरकत में आया है. चुनाव आयोग ने दिलीप कुमार झा को कुशेश्वरस्थान में हो रहे चुनाव से अलग करने का निर्देश जारी किया है. चुनाव आयोग ने ये आदेश राज्य सरकार को भेज दिया है.