बिहार के सिवान जिले की रिसोरा ग्राम में दो दिवसीय रामलीला का मंचन ग्रामीण कलाकारों के द्वारा किया गया इस रामलीला का मंचन बवाली सांस्कृतिक मंच के अंतर्गत हुआ .कार्यक्रम संचालक राजेश कुमार सिंह, पवन कुमार सिंह, मुनमुन सिंह, श्री बाबू निरंजन सिंह, रत्नेश पांडे चुन्नू सिंह, ननकू सिंह के द्वारा किया गया. बताते चलें कि ग्रामीणों के अनुसार इस गांव में 10 साल पूर्व रामलीला का मंचन बवाली सांस्कृतिक मंच के द्वारा किया जाता था लेकिन किसी कारणवश रामलीला बीच में बाधित हो गई जिसको फिर से इन नवोदित कलाकारों ने जीवंत किया. बताते चले कि रामलीला का मंचन स्थानीय ग्रामीण कलाकारों के द्वारा किया गया.
गांव में 10 साल बाद शुरू हुए राम लीला को देखने काफी संख्या में दर्शक जुटे हुए थे. सभी कलाकारों ने अपनी-अपनी कलाओं से दर्शकों का मन मोह लिया. कलाकारों में राम का पात्र निभा रहे आशुतोष कुमार पांडे, लक्ष्मण के किरदार में गुलशन पांडे, हनुमान के किरदार में पंकज कुमार पांडे, सीता के किरदार में सत्यांशु कुमार पांडे, रावण के किरदार में मुनमुन सिंह, मामा मारीच के किरदार में आदित्य कुमार पांडे, अंगद के किरदार में बादल बवाली, कैकई के किरदार में पवन सिंह, मंथरा एवं जनक के किरदार में रत्नेश पांडे, बाली के किरदार में संजीत पांडे, सुग्रीव के किरदार में निरंजन सिंह, ऋषि विश्वामित्र के किरदार में सुनील पांडे, राजा दशरथ के किरदार में प्रदीप शाह, जटायु के किरदार में नंदन पांडे, राक्षस की सेना में गुमानी, विकेश साथ ही सहयोगी कलाकार केशव सिंह, प्रीत सिंह, साथ ही तमाम बाल कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.