23 फ़रवरी 2020 के दिल्ली दंगों पर बनी चर्चित डॉक्युमेंटरी फ़िल्म “दिल्ली राइयट्स: अ टेल ऑफ़ बर्न एंड ब्लेम” आज यूट्यूब पर रिलीज़ हुई है। यूट्यूब पर इसी नाम से सर्च करके यह फ़िल्म निशुल्क देखी जा सकती है। फ़िल्म की अवधि 80 मिनट है और इसमें कोई भी वॉयस ओवर नहीं है, फ़िल्म की सारी बातें दंगे के भुक्तभोगियों, पत्रकारों और पुलिस अधिकारीयों से बातचीत से आगे बढ़ रही है।
बता दें कि 23 फ़रवरी 2020 को दिल्ली में दंगे भड़क उठे थे। उसके बाद चार दिनों तक दिल्ली के उत्तर पूर्वी ज़िले में हिंसा, लूट और आगज़नी जारी रही। उस दंगे में 53 लोगों की जान चली गई थीं। इस दंगे को लेकर मीडिया में तमाम क़यास लगाये गए। आरोप प्रत्यारोप में उन लोगों की पीड़ा दब गई थी, जिन्होंने दंगों में अपनों को खो दिया या जिनका सब कुछ लूट गया। कमलेश के मिश्र ने ऐसे लोगों की वेदना और पीड़ा को समझने की पहल की है, अपनी इस फ़िल्म के ज़रिए। इसके साथ ही फ़िल्म उन दंगों के पीछे की गहरी साज़िशों का भी पर्दाफ़ाश करती है। यह फ़िल्म समाज को बस एक प्रतिबिंब दिखा रही है ताकि फिर से दोबारा इस तरह की घटनाएं समाज में ना हो ।
फ़िल्म के निर्देशक कमलेश के मिश्र कहते कि “हमने एक साल पहले फ़िल्म में जिन साज़िशों के पर्दाफ़ाश किए, वे एक एक कर अब अदालती टिप्पणियों से भी सच साबित हो रहे हैं।”
दिल्ली दंगे की हर बारीक परत को खोलती यह फ़िल्म ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया के फ़िल्म समरोहों में दंगा पीड़ितों के दर्द को दिखाते बस यही संदेश देने की कोशीश की, कि इस तरह के दंगे देश और दुनियां में ना हो ।