जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह चुप्पी तोड़ते हुए हमलावर रुख अख्तियार कर लिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश के गढ़ माने जाने वाले नालंदा के नूरसराय प्रखंड के कुंडी गांव में शनिवार को जनसभा को संबोधित करते हुए आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री पर हमला बोला। कहा कि तवे की रोटी को सही समय पर नहीं पलटने पर वह जल जाएगी,जली रोटी दूसरों को भी जला देगी, इस कारण मुख्यमंत्री और मंत्री को भी सही समय पर पलट देना चाहिए, नहीं तो वह जनता को जलायेगी.
श्री सिंह नागरिक मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे। जिसकी अगुवाई नालंदा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी कौशलेंद्र मुखिया कर रहे थे। कौशलेंद्र मुखिया पिछले विधानसभा चुनाव में श्रवण कुमार को कांटे की टक्कर दी थी। समारोह में एक बार फिर ‘मुख्यमंत्री कैसा हो? आरसीपी सिंह जैसा हो’ के नारे लगें।
पूर्व मंत्री श्री सिंह भले ही भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं, पर वह लगातार भाजपा के कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं। जाहिर है वह जनता के बीच जाकर अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं। आरसीपी ने संकेत दे दिया कि उनके तरकस में बहुत सारे अभेद बाण। जिसका इस्तेमाल वह सही समय पर करेंगे।
मंत्री का पलटवार
वहीं बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के नाम लिए बिना पलटवार किया। कहा कि घर में ही लंगडी बिलाय के शिकार करने के कारण पार्टी कुछ क्षण के लिए कमजोर हुई थी। जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संभाल लिया।
आरसीपी सिंह को लेकर नीतीश भी पिछले दिनों काफी हमलावर नजर आए, उनका बयान भी बता रहा था कि आरसीपी को वो गंभीरता से नहीं लेते हैं. उन्होंने कहा था छोड़िए उस सब को. हम अपना काम रहे हैं. तस्वीर साफ है कि नीतीश के लिए आरसीपी अब बड़ी चुनौती बन कर उभरे हैं जिसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी अर्नगल बयानबाजी को लेकर आपत्ति जाहिर की.