हर दूसरे बात को धर्म के पैमाने पे तौलने की दौर में देश की तमाम राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे पर धर्म के आरे में आरोप लगाती रही है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने धर्म से जुड़ा AAP और कांग्रेस के नेताओ द्वारा विवादित टिपण्णी को लेकर बुधवार को दोनो ही दलों पर हमला किया। उन्होंने कहा की AAP और कांग्रेस के लिए धर्मनिरपेक्षता का मतलब हिंदू धर्म का अनादर करना है, उसका अपमान करना है।
दरअसल यह सारी बातें उन्होंने कांग्रेस के जी-20 के लोगों में कमल के इस्तेमाल पर उठाए गए सवालों पर कहा और कांग्रेस को यह याद भी दिलाया कि कमल को राष्ट्रीय पुष्प कांग्रेस सरकार के दौरान ही चुना गया था इसीलिए पार्टी नेताओं की मौजूदा पीढ़ी को हमारे धर्म की ना सही अपने पूर्वजों के फैसले का सम्मान तो करना चाहिए।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने संवाददाताओं से कहा कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कांग्रेस महापौर की उपस्थिति में सामूहिक धर्मांतरण और जी-20 के लोगों में कमल कमल चिन्ह के उपयोग के बारे में आपत्ति यह दर्शाता है कि उनके लिए हिंदू धर्म की क्या अहमियत है। उनकी यह आपत्ति हिंदू धर्म का अपमान है क्योंकि यह फूल देवी लक्ष्मी और सरस्वती से संबंधित है। साथ ही उन्होंने कर्नाटक इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जर्किहोली की कथित टिप्पणी जो उन्होंने कहा था कि ‘हिंदू’ शब्द फारसी है और इसका मतलब “अश्लील” होता है। इसको लेकर सवाल किए।
त्रिवेदी ने भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह दावा किया कि एक समय कांग्रेस ने हिंदुओं को आतंकवादी का दर्जा दे दिया था। और अब एक और नए पर आए एक पार्टी (AAP) भी उनके (congress) की ही नक्शे कदम पर चल रही है। त्रिवेदी ने कहा धर्मनिरपेक्षता के नारा लगाने वाले दोनों पार्टी (AAP and Congress) हिंदू धर्म और हिंदुओं के प्रति अपनी घृणा और अवमानना को व्यक्त करते है। साथ ही उन्होंने यह भी सवाल किया कि “भारत जोड़ो यात्रा” जो महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमि गुजरात है, वहा क्यों नहीं गई।