नाट्य संस्था ‘रंगसाथी’ की तरफ से कालिदास रंगालय में नाटक ‘पाणिग्रहण’ का मंचन कलाकारों ने किया. नाटक पाणिग्रहण जिसका अर्थ वर द्वारा मर्यादा स्वीकारोक्ति के बाद कन्या अपना हाथ वर के हाथ में सौंपे और वर अपना हाथ कन्या के हाथ में सौंप दे. इस प्रकार दोनों के दूसरे का पाणिग्रहण करते हैं. नाटक दहेज प्रथा के खिलाफ बड़ा संदेश दे जाता है कि कैसे एक लड़की की शादी में वर पक्ष की तरफ से दहेज बाधा बनकर पर घरवाले को परेशान करता है. लड़की वर पक्ष के इस मांग का विरोध करती है और अंतत: दूल्हे को भी लड़की की बात समझ में आती है और अपने घरवालों को समझाता है कि वह धनग्रहण नहीं बल्कि पाणिग्रण करने आया है फिर दोनों की शादी हो जाती है. आदर्श वैभव द्वारा लिखित पाणिग्रहण नाटक का निर्देशन बिकेश साह और मंच परिकल्पना राहुल कुमार ओझा की थी.
कलाकारों में दिग्विजय कुमार तिवारी, आदित्य शर्मा, अभिषेक सिन्हा, शिवम कुमार, सपना सुमन, प्रियंका श्रीवास्तव, बिकेश साह, दीपक कुमार, अक्षय कुमार यादव, भानु प्रताप सिंह, मो. सदरूद्दीन, चंदन कुमार, रवि कुमार ने हिस्सा लिया.
मंच परे: मंच संचालन- रत्नेश पांडेय, वेष भूषा- मीना ओझा, सुभद्रा कुमारी, संगीत- रामन्यार टारजन, पंकज कौशिक, आर्दश राज प्यासा, प्रकाश- राजीव कुमार, मंच सामग्री- मुन्ना कुमार साह, गोलू कुमार गुप्ता, सहयोग- ब्रदर्स आर्ट.