यूट्यूबर मनीष कश्यप की आज बेतिया कोर्ट में पेशी नहीं हो पाई। मनीष को तमिलनाडु पुलिस बिहार लेकर नहीं आई। इस वजह से आज पेशी नहीं हो पाई। जिस पर बेतिया कोर्ट ने पेशी का रिमाइंडर वारंट जारी किया है।
जिला अभियोजन पदाधिकारी उमेश कुमार विश्वास ने कहा है कि मनीष कश्यप की आज पेशी नहीं हो सकी है। वजहों की जानकारी नहीं मिली है। मनीष फेक वीडियो केस में बीते 3 महीने से सेंट्रल मंडल कारा मदुरई में बंद है।
बेतिया के चनपटिया से बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह के साथ 2020 में विधानसभा चुनाव के दौरान मारपीट करने और रंगदारी मांगने के आरोप में मझौलिया थाना में मामला दर्ज हुआ था।
जिस पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने त्रिपुरारी कुमार तिवारी (मनीष कश्यप) को बेतिया न्यायालय में मंगलवार को फिजिकली प्रेजेंट होने का आदेश दिया था। इससे पहले कोर्ट से सेंट्रल कारा मदुरई के अधीक्षक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से यूट्यूबर मनीष कश्यप की पेशी का अनुरोध किया था, जिसे काेर्ट ने ठुकरा दिया था।
जिला अभियोजन पदाधिकारी उमेश कुमार विश्वास ने बताया मनीष कश्यप के खिलाफ मझौलिया थाना में कांड संख्या 737/2020 दर्ज है। ये केस न्यायालय दंडाधिकारी मंजूर आलम प्रथम श्रेणी के कोर्ट में सुनवाई के लिए लंबित चला आ रहा है। इसी मामले में कोर्ट के द्वारा उनके खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है।
17 मार्च को मझौलिया थाना की पुलिस ने भारतीय स्टेट बैंक पारस पकड़ी के शाखा प्रबंधक के साथ दुर्व्यवहार करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मनीष कश्यप के खिलाफ न्यायालय से कुर्की जब्ती आदेश प्राप्त किया था।18 मार्च की सुबह कुर्की करने के लिए पुलिस मनीष के घर पहुंची भी थी। उसी दौरान मनीष ने जगदीशपुर थाना में सरेंडर कर दिया था।
तमिलनाडु फर्जी वीडियो वायरल मामले में बिहार आर्थिक अपराध इकाई की पुलिस जांच कर रही थी, इसलिए मझौलिया थाना की पुलिस मनीष को इस केस में रिमांड के लिए बेतिया न्यायालय में उपस्थित नहीं करा पाई थी।
वहीं, आर्थिक अपराध इकाई की पुलिस मनीष को लेकर पटना चली गई। बाद में तमिलनाडु फर्जी वीडियो मामले में मनीष तीन महीने से मदुरई जेल में है।
गौरतलब है कि बिहार में आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष पर कुल 4 केस दर्ज किए हैं। इनमें तीन केस तमिलनाडु प्रकरण में फर्जी वीडियो को वायरल करने से जुड़े हैं। जबकि, इसी मामले में तमिलनाडु पुलिस ने कुल 13 केस दर्ज कर रखा है। इनमें 6 केस में मनीष कश्यप नामजद है। हालांकि, मनीष की मुश्किलें तब और बढ़ गई थी, जब तमिलनाडु सरकार ने उसके ऊपर NSA लगा दिया था।