हाजीपुर सीट केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है. उन्होनें कहा है कि मैं जब तक राजनीति में जिंदा हूं। हाजीपुर से ही चुनाव लडूंगा। जिनको मैदान में आना है आ जाए।
चिराग से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि देश और बिहार के लोगों को गलतफहमी हुई। चिराग और पारस को गले मिलते आपने देखा है..वो रिश्ता अलग है। राजनीति का रिश्ता अलग है। चिराग पासवान अपनी जगह है। मैं अपनी जगह हूं, लेकिन हाजीपुर से मैं चुनाव लडूंगा। इससे मुझे दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है।
मैं पहले भी कह चुका हूं। मैं जब तक राजनीति में जिंदा हूं, तब तक हाजीपुर की जनता की सेवा करता रहूंगा और एनडीए गठबंधन का ही पार्ट रहूंगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सामने चिराग लड़े या कोई और। मैं लडूंगा ही। मैं एनडीए गठबंधन का उम्मीदवार हूं। मैं एनडीए गठबंधन से ही चुनाव लडूंगा। जिनको मैदान में आना है आ जाए।
ये बातें केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने शनिवार को पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
18 को चिराग NDA की मीटिंग में पहुंचे थे। इस दौरान चिराग ने पारस के पैर छुए, आशीर्वाद लिया। पारस ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया। पारस ने अब कहा कि इसे लोगों ने गलत समझ लिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका दल अलग है, मेरा अलग है। हमलोग NDA गठबंधन के साथ हैं। उन्होंने चिराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग ने जदयू के साथ ही भाजपा के खिलाफ अपना उम्मीदवार दिया था। उस वक्त पार्टी एक थी, लेकिन हम उस वक्त कुछ बोल नहीं पाए। क्योंकि चिराग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उस वक्त एक उम्मीदवार जीता था। फिर वो विधायक भी जदयू में चला गया। इसके बाद से हमारी लड़ाई हुई। अब 2 साल के बाद फिर से वो अब NDA के साथ आ गए हैं। उन्होंने कहा कि हम NDA के विश्वासी हैं। हमारे 5 सांसद है, लेकिन कहीं कोई टूट नहीं हैं। हम भाजपा के ईमानदार सहयोगी हैं।
उन्होंने कहा कि हाजीपुर पर अगर चिराग दावा कर रहे हैं तो मैं भी कह रहा हूं कि वो मेरे भाई की कर्म भूमि है। हर हाल में चुनाव हाजीपुर से ही लड़ेंगे। कोई ताकत इसे नहीं रोक सकती। चिराग भले ही NDA की बैठक में शामिल हुए पर अभी वो गठबंधन में नहीं हैं।