सदन के अंदर मांझी पर नीतीश कुमार के दिए बयान के बाद सियासत तेज हो चली है. खुद हम के संरक्षक जीतन राम मांझी नीतीश के बयान से आहत है. शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सीएम के बयान के विरोध में विधानसभा में धरने पर बैठ गए. मांझी बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे हैं. मांझी के समर्थन में बीजेपी के भी नेता उतर आए हैं. मांझी का कहना है कि नीतीश कुमार का बयान बिल्कुल गलत था और वो राज्यपाल से भी इसकी शिकायत करेंगे.
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री कभी दलितों का अपमान नहीं करते. ना ही वैसे शब्दों काइस्तेमाल करते हैं जिससे दलितों को कोई ठेस पहुंचे.
दरअसल नीतीश ने कह दिया था कि उनकी मूर्खता की वजह से मांझी सीएम बन गए. इस बयान के दौरान नीतीश गुस्से में दिखे थे. बीजेपी कह रही है तुम-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल नीतीश ने क्यों किया.