संजय गांधी जैविक उद्यान पटना तथा भारतीय प्राणी सर्वेक्षण, पटना के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत सात दिवसीय ‘डॉल्फिन का संरक्षण’ कार्यक्रम के तीसरे दिन आज 22 जून 2022 को ‘गंगा की डॉल्फिन की गणना अभ्यास और फोटोग्राफी प्रतियोगिता’ आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत पर्यावरण,वन तथा जलवायु परिवर्तन विभाग के माननीय मंत्री श्री नीरज कुमार बबलू जी ने छात्र-छात्राओं को हरी झंडी दिखा कर किया। जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के निर्देशक डॉ गोपाल शर्मा ने छात्रों को पटना के गाँधी घाट से फतुहा के त्रिवेणी घाट तक ले गये तथा छात्रों को डॉल्फिन की गणना के विषय में विस्तारपूर्वक बताया। उनके साथ पक्षी विशेषज्ञ नवीन कुमार तथा कर्नल अमित सिन्हा ने भी भाग लिया। मौके पर छात्र-छात्राओं के बीच डॉलफिन की फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,जिसमे सभी बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में पटना जू के उपनिर्देशक अमित कुमार आर्य, रेंज ऑफिसर राजेश प्रयास चौधरी, पटना वन प्रमंडल के वनरक्षी, प्राणी सर्वेक्षण विभाग, पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्विद्यालय के छात्रों ने भाग लिया।
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के अधीन कार्यरत संस्थाओं के द्वारा ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली को संरक्षण और जागरूकता गतिविधियों कार्य सौपा गया है । इस अभियान में 75 वन्यजीवों की प्रजातियों के लिए संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करना है। इस कार्यक्रम अंतर्गत पटना के संजय गांधी गांधी जैविक उद्यान पटना तथा भारतीय प्राणी सर्वेक्षण, पटना के संयुक्त तत्वाधान में “सह-अस्तित्व का संरक्षण एवं लोगों को जोड़ने” विषय पर वन्यजीवों के लिए कार्य करना है” जिसमें 75 चिड़ियाघरों में 75 सप्ताह तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना के द्वारा 20 जून से 26 जून 2022 तक एक सप्ताह के लिए गंगा के डॉलफिन को ध्यान में रखकर इस प्रजाति के संरक्षण के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने का संकल्प लिया गया है I इसकी शुरुआत 20 जून को किया गया था I